Thursday, July 30, 2020

रिजल्ट से आगे का रास्ता

                       - मिलन  सिन्हा,  मोटिवेशनल स्पीकर, स्ट्रेस मैनेजमेंट कंसलटेंट ...

सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की दसवीं और बारहवीं क्लास के रिजल्ट्स आ गए हैं और साथ ही स्टेट बोर्ड द्वारा इन कक्षाओं के लिए आयोजित परीक्षाओं के भी. कोरोना वैश्विक महामारी के कारण इस बार विद्यार्थियों, अभिभावकों, स्कूल प्रबंधनों तथा परीक्षा आयोजित करनेवाले  विभिन्न  बोर्ड प्रशासनों को असमान्य स्थिति से गुजरना पड़ा. स्थिति सामान्य होने की प्रतीक्षा भी की  गई, लेकिन लम्बे लॉकडाउन के कारण कुछ विषयों की परीक्षा नहीं ली जा सकी. इसके कारण   कुछ विषयों में एवरेज  मार्किंग की मानक व्यवस्था अपनाई गई और रिजल्ट की घोषणा हुई.  बारहवीं क्लास के रिजल्ट्स में बिलंव के कारण जेईई और नीट के परीक्षाएं भी आगे खिसकाई गयीं. जो भी हो, थोड़ी देर से ही सही बिलकुल ही असामान्य एवं विकट परिस्थिति में जिस तरह सब चीजों को सम्हालते हुए परिणाम तक पहुंचने की समेकित कोशिश की गई, उसके लिए सभी संबंधित पक्ष तारीफ़ के हकदार हैं.

 
अब जब कि रिजल्ट आ गया है तो विद्यार्थियों के लिए कुछ बातों पर गंभीरता से सोच-विचार करना जरुरी है.
पहली बात तो यह कि रिजल्ट अच्छा या कम अच्छा जैसा भी आया है, उसे मन से स्वीकार करें. अगर रीचेकिंग या इम्प्रूवमेंट का प्रावधान या व्यवस्था है, तो उसका उपयोग करें. अगर मार्क्स सुधरते हैं तो बोनस के रूप में अतिरिक्त ख़ुशी के हकदार बनेंगे. फिलहाल, रिजल्ट जो भी है उसी के अनुसार आगे की कार्ययोजना बनाएं. किसी भी स्थिति में निराश और हताश  होने की बिलकुल जरुरत नहीं है. जो हो गया, सो हो गया. आज और आगे जीवन में जो छोटी-बड़ी परीक्षाएं और चुनौतियां आयेंगी, उसके लिए खुद को बेहतर ढंग से तैयार करने पर फोकस करें. किस दोस्त या सहपाठी को कितने मार्क्स आए, इसको जानने और इसकी विवेचना-आलोचना   से आपके मार्क्स तो इम्प्रूव नहीं होंगे, उलटे समय की बर्बादी होगी और नेगेटिव थॉट्स में वृद्धि. अतः इससे बचें. इस समय बस शांति और संयम से खुद को रीऑर्गनाइज करें. आपका जीवन और आज का समय दोनों बहुत मूल्यवान हैं. इसे हमेशा याद रखें. कई मामलों में आगे के पांच-सात साल आपके जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होंगे. अतः बड़ी सजगता से अपनी रूचि और क्षमता को ध्यान में रखकर कोर्स, कैरियर और संस्थान का चयन करें. जल्दबाजी या देखादेखी में पड़ना बहुत हानिकारक साबित हो सकता है. बाद में पछताने के बजाय अभी थोड़ा ज्यादा समय  लगाएं. अभिभावक व शिक्षकों से भी परामर्श करें. सभी एंगल से सोच-समझ कर ही निर्णय लें.  


सामान्यतः दसवीं की परीक्षा पास करनेवाले अधिकतर छात्र-छात्राएं प्लस टू या बारहवीं या  इंटर में एडमिशन लेते हैं.
ऐसे उनके लिए अन्य अनेक विकल्प भी है. हां, कुछ विद्यार्थी प्रोफेशनल कोर्स की दिशा में आगे बढ़ते हैं. यहां बहुत सारे कोर्स उपलब्ध हैं. डिप्लोमा इन फाइन आर्ट्स से लेकर डिप्लोमा इन फैशन डिजाइन तक कई कोर्स हैं, जिनका जॉब बाजार में काफी डिमांड है. दसवीं पास विद्यार्थी इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर सकते हैं. इसके लिए दसवीं में गणित और विज्ञान विषय होना चाहिए. यह डिप्लोमा कोर्स तीन साल के होते हैं. इसमें  डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से लेकर डिप्लोमा इन पेट्रोलियम इंजीनियरिंग तक कई कोर्स हैं. आईटीआई और स्किल डेवलपमेंट मिशन नियमित रूप से  अनेक जॉब ओरिएंटेड कोर्स करवाते हैं, जिससे नौकरी या स्वरोजगार के अनेक अवसर मिल जाते हैं. चिकित्सा क्षेत्र में भी ऐसे कई शार्ट टर्म कोर्स हैं. 


बारहवीं पास विद्यार्थियों के लिए भी पारंपरिक कोर्स के साथ-साथ जॉब ओरिएंटेड प्रोफेशनल या स्किल डेवलपमेंट कैरियर में अनेक रास्ते खुले हैं.
पारंपरिक कोर्स की बात करें कि तो अनेक  विद्यार्थी बीएससी, बीए और बीकॉम में एडमिशन लेते हैं. इंजीनियरिंग में रूचि रखनेवाले विद्यार्थियों के लिए आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन, कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल व सिविल इंजीनियरिंग जैसे सदाबहार पाठ्यक्रम तो हैं ही. इनके अलावे भी ट्रेड एंड इंडस्ट्री के बदलती जरूरतों के मद्देनजर कई नए कोर्स उपलब्ध हैं. साइंस स्ट्रीम में बायोलॉजी लेकर पढ़नेवालों के लिए एमबीबीएस सहित मेडिकल साइंस से जुड़े ग्रेजुएशन के अन्य पाठ्यक्रम सुलभ हैं. माइक्रोबायोलॉजी, जेनेटिक्स आदि के कोर्स के अलावे फिजियोथेरेपी, आहार विज्ञान आदि पाठ्यक्रम भी इन दिनों छात्रों के बीच बहुत लोकप्रिय विकल्प के रूप में मौजूद हैं. उसी तरह आर्ट्स और कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए भी बहुत सारे कोर्स का विकल्प है. शार्ट टर्म के अनेक डिप्लोमा कोर्सेज तो उपलब्ध हैं ही. बस "जहां चाह, वहां राह" के दर्शन पर दृढ़ता से अमल करते चलें.   (hellomilansinha@gmail.com) 

   


                       और भी बातें करेंगे, चलते-चलते. असीम शुभकामनाएं. 
#  लोकप्रिय साप्ताहिक "युगवार्ता" में 26.07.20 को प्रकाशित

#For Motivational Articles in English, pl. visit my site : www.milanksinha.com 

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