- मिलन सिन्हा
कैसा है यह चलन
हर तरफ
जलन ही जलन
पद से बढ़ा रहें हैं
लोग
अपना अपना कद
हो रही है खूब आमद
और
खूब खुशामद
रहते हैं पूरा लक – दक
पद का ऐसा है मद
नहीं मानते आजकल
कोई भी हद
भले ही बीच में
क्यों न पिट जाए भद
ज्ञानी जन कहते हैं
पद को सर पर
न चढ़ने दें, वही अच्छा
समझे न जो इस सच को
समझ लें, समझदारी में
अभी भी हैं वह कच्चा
पद नहीं रहेगा जब
भ्रम टूटेगा तब ?
# प्रवक्ता . कॉम पर प्रकाशित, दिनांक :11.06.2013
और भी बातें करेंगे, चलते-चलते। असीम शुभकामनाएं।
कैसा है यह चलन
हर तरफ
जलन ही जलन
पद से बढ़ा रहें हैं
लोग
अपना अपना कद
हो रही है खूब आमद
और
खूब खुशामद
रहते हैं पूरा लक – दक
पद का ऐसा है मद
नहीं मानते आजकल
कोई भी हद
भले ही बीच में
क्यों न पिट जाए भद
ज्ञानी जन कहते हैं
पद को सर पर
न चढ़ने दें, वही अच्छा
समझे न जो इस सच को
समझ लें, समझदारी में
अभी भी हैं वह कच्चा
पद नहीं रहेगा जब
भ्रम टूटेगा तब ?
और भी बातें करेंगे, चलते-चलते। असीम शुभकामनाएं।
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