Monday, December 3, 2012

आज की कविता : कारनामा

                                                                                - मिलन सिन्हा 
successउसका किसी से 
कोई बैर नहीं 
जो उससे बैर करे 
उसकी फिर खैर नहीं 
जो भी करे वह 
उसमें कोई  शोर नहीं 
पुलिस अगर तफ्तीश करे भी 
मिले कोई डोर नहीं 
सुबह देर तक सोता है 
रात  में  काम सब करता है 
बड़े गाड़ियों में घूमता है 
जब चाहे उड़ता है 
कपड़े  सफ़ेद  पहनता है 
कारनामे  अनेक  करता है 
अच्छों के  मुंह  पर
गाली  बकता है 
न जाने और क्या-क्या करता है 
ऐसे शख्स के बारे में 
और बताएं क्या 
आप जैसे समझदारों को 
और समझाएं क्या ? 

प्रवक्ता . कॉम पर प्रकाशित
                   
                     और भी बातें करेंगे, चलते-चलते असीम शुभकामनाएं

1 comment:

  1. Aapne jiske bare mein likha hai use sab jante hain,wo safed kapre to pahente hain per saf karname karke kabhee nahi dikhate.SG

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