Wednesday, April 1, 2020

सप्तरंग-सेहत: आइए मजबूत करें शरीर का सुरक्षा कवच

                                                - मिलन  सिन्हा,  मोटिवेशनल स्पीकर, वेलनेस  कंसलटेंट ... 
सम्प्रति पूरे विश्व में कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न गंभीर  स्थिति स्वाभाविक रूप से  मीडिया में हेडलाइन बना हुआ है. इस सन्दर्भ में और देश-विदेश में अन्यथा भी वायरस या बैक्टीरिया से संक्रमित होकर बीमार पड़नेवाले लोगों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर इम्यून सिस्टम को दुरुस्त बनाए रखने पर सभी चिकित्सा तथा स्वास्थ्य विशेषज्ञ एक मत हैं. ऐसे भी आंकड़े साफ़ तौर पर बताते हैं कि देश में सभी उम्र के लोग पहले की तुलना में अधिक संख्या में बीमार पड़ रहे हैं  और वह भी छोटे-छोटे अंतराल में. दुःख की बात है कि गैर-संक्रमित (नॉन कम्युनिकेबल) रोगों - ह्रदय रोग, कैंसर, डायबिटीज, लीवर तथा किडनी रोग के चपेट में आनेवालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और उनके इलाज का खर्च भी. यकीनन, व्यक्ति, समाज  और सरकार के सामने यह बहुत बड़ी चुनौती है. आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? मेरा स्पष्ट मत है कि इसका एक बड़ा कारण आम तौर पर लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होना है. अब सवाल है कि बिना लाखों-करोड़ों का अतिरिक्त खर्च किए क्या इसका समाधान पाया जा सकता है?  बिलकुल पाया जा सकता है और वह भी मोटिवेशन एवं अवेयरनेस के रास्ते. इससे हम आम लोगों को अनेक छोटे-बड़े रोगों से बचा सकते हैं और सरकार के मेडिकल खर्चे को नियंत्रण में रखने में मदद कर सकते हैं. आइए, पहले जानते हैं कि यह इम्यून सिस्टम आखिर किसे कहते हैं?

इम्यून सिस्टम हमारे शरीर के सेल्स (कोशिकाओं), टिश्यूज (ऊतकों) तथा ऑर्गनस (अंगों) का एक काम्प्लेक्स नेटवर्क है जो आपस में मिलकर कीटाणुओं और रोगाणुओं से हमारे शरीर की रक्षा करता है. इस सिस्टम के कारण हमारे शरीर को कीटाणुओं-रोगाणुओं की पहचान करने में मदद मिलती है और फिर अपने नेटवर्क के पार्टनर्स  के साथ मिलकर उन्हें नष्ट करना संभव होता है जिससे हमारा शरीर स्वस्थ रह पाता है. रोचक बात है कि हमारा इम्यून सिस्टम अपने नेटवर्क के सारे हेल्दी सेल्स और टिश्यूज को पहचानता है और रोगाणुओं के बाहरी आक्रमण या संक्रमण के वक्त उन्हें प्रोटेक्ट भी करता है. दूसरे शब्दों में इम्यून सिस्टम का सीधा मतलब हमारे शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता से है, जो हमारे शरीर को ऐसा सुरक्षा कवच प्रदान करता है, जिससे शरीर जल्दी किसी साधारण बीमारी की चपेट में नहीं आता और अगर किसी रोग से कारण-अकारण ग्रसित भी हो जाते हैं तो उससे निजात पाने में भी शीघ्र सफल भी होते हैं. इसके विपरीत, यदि हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है तो हमारे रोग के संक्रमण की चपेट में आने की संभावना बढ़ जाती है. 

कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण हमें जल्दी थकान का अनुभव होता है, घबराहट और बेचैनी फील होता है, पेट खराब रहने, गाहे-बगाहे सर्दी-जुकाम से पीड़ित होने की शिकायत रहती है. सिस्टम लगातार कमजोर होने से वायरस और बैक्टीरिया जनित कई रोगों के अलावे भी हमारे  कई बड़े रोगों से ग्रसित होने की संभावना भी बढ़ जाती है.  

तो फिर इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाए रखने के लिए क्या-क्या करना चाहिए? आइए, थोड़ा विस्तार से जानते हैं. हां, नीचे जो उपाय बताए जा रहे हैं अगर हम उसपर नियमित रूप से निष्ठापूर्वक अमल करें तो निश्चित ही ज्यादा लाभ के हकदार बनेंगे.

1. रोज दिन की अच्छी शुरुआत हो. कहते हैं कि आगाज अच्छा हो तो अंजाम भी अच्छा होता है. पॉजिटिव सोच के साथ दिन की शुरुआत करें. सुबह आंख खुलने के बाद बिछावन पर बैठे-बैठे ही प्रकाश और ऊर्जा के देवता सूर्य को नमन करें और यह फील करने की कोशिश करें कि आप अंदर से प्रकाशित और उर्जायुक्त हो रहे हैं. तत्पश्चात अपने माता-पिता-गुरु-इष्टदेव का स्मरण कर उन्हें नमन करें. आप अच्छा फील करेंगे और आपका शरीर तदनुसार रियेक्ट करेगा. 

2. आराम से बैठकर धीरे-धीरे आधा लीटर गुनगुना पानी पीएं. गुनगुने पानी में आधा नींबू का रस, एक चम्मच शहद और थोड़ा अदरक का रस डाल कर पीएं तो और ज्यादा लाभ मिलेगा. सुबह शरीर  को अच्छी तरह  हाइड्रेट करने से शरीर से विषैले और अवांछित चीजों को निकालने में मदद मिलती है और इससे इम्यून सिस्टम अच्छा बना रहता है. अपनी जरुरत के हिसाब से समय-समय पर दिनभर पानी का सेवन करें. जहां तक संभव हो ठंडा पानी या अन्य कृत्रिम पेय से बचें. 

3. सुबह उठने के बाद कोशिश करें कि आधे घंटे के अंदर आप शौच आदि से निवृत हो जाते हैं. जितना शीघ्र आपके अंदर से वेस्ट क्लियर होगा, आपके इम्यून सिस्टम के लिए उतना अच्छा है. 

4. अब तुलसी के चार-पांच पत्ते के साथ एक-दो दाना गोल मिर्च और लौंग को पान की तरह खूब चबा कर और आनंद लेकर खाएं. इसके बदले नीम या गिलोय के पत्ते या रस या बाजार में उपलब्ध वटी यानी टेबलेट का सेवन भी कर सकते हैं. आईडिया केवल यह है कि आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने की मजबूत शुरुआत रोज सुबह-सुबह ही हो जाए.

5. योगाभ्यास, व्यायाम, वाकिंग आदि में से आप जो कर सकते हैं, अगला 20-30 मिनट उसे करने में लगाएं. निश्चित रूप से नियमित योगाभ्यास सबसे अच्छा विकल्प  है इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाने और रखने में. तो योगाभ्यास में पहले आसन, फिर प्राणायाम और अंत में ध्यान यानी मेडीटेशन करें. आसन में सूर्य नमस्कार के पांच राउंड से शुरू कर सकते हैं या फिर पवनमुक्तासन श्रेणी के तीन-चार आसन - ताड़ासन, कटि-चक्रासन, भुजंगासन और शशांकासन  अपनी सुविधा और जरुरत के हिसाब से करें. इसे और आसान भाषा में समझाएं तो सिर से लेकर पांव की ऊँगलियों तक शरीर के हर जोड़ को आराम से चला लें. इससे आपका शरीर लचीला हो जाएगा. प्राणायाम यानी ब्रीदिंग एक्सरसाइज में कम-से-कम अनुलोम-विलोम, कपालभाती और भ्रामरी कर लें. इसके बाद  कम-से-कम पांच मिनट मेडीटेशन करें. योगाभ्यास से हमारे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है, रक्त प्रवाह में गुणात्मक सुधार होता है और शरीर के सारे सेल्स एक्टिव हो जाते हैं. नतीजतन इम्यून सिस्टम बहुत स्ट्रांग बनता है. तेज गति से टहलने और शरीर के सारे अंगों को सक्रिय करने के लिए किए जाने वाले आसान व्यायाम से भी अच्छा लाभ मिलता है.

6. दिनभर के हमारे खानपान का हमारे शरीर के रखरखाव में बहुत बड़ा योगदान है और नतीजतन हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाए रखने में भी. खानपान में स्वास्थ्य को ध्यान में रखना बहुत अनिवार्य है, स्वाद भी अच्छा हो तो उत्तम. अपने खानपान में शरीर की मूलभूत आवश्यकताओं -प्रोटीन, कार्बोहायड्रेट, फैट, मिनरल्स और विटामिन की अपेक्षित मात्रा मिल जाए, इसके प्रति सचेत रहें. जब भी खाना खाएं, केवल खाने पर फोकस करें और आराम से खूब चबाकर तथा स्वाद लेकर खाएं. आपका खानपान जितना संतुलित होगा उतना लाभ मिलेगा. अपने खानपान में अन्न, मौसमी सब्जी एवं फल के अलावे नियमित रूप से नींबू,  अदरक, लहसुन, प्याज,  आंवला, लौंग, इलाइची, दालचीनी, गोलमिर्च, हल्दी, जीरा, सौंफ, अजवाइन, मूली, खीरा, गाजर, टमाटर, हरी पत्तेदार सब्जियां, पपीता, केला, नारियल, ड्राई फ्रूट्स आदि को शामिल करें. हां, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने में विटामिन -सी की अहम भूमिका मानी गई है. अतः नींबू, आवंला, संतरा, मौसंबी, आम, अंगूर जैसे फल अच्छा लाभ देते हैं. एक बात और. सुबह उठने के दो घंटे के अंदर नाश्ता जरुर कर लें.

7. रोगाणुओं के आक्रमण या उनके संक्रमण से बचाव के लिए  शरीर की अंदरुनी सफाई जितना जरुरी है उतना ही बाहरी और आसपास की सफाई. रोज स्नान करें और साफ़-सुथरे कपड़े पहनें. घर की सफाई का विशेष ध्यान रखें. बाहर से घर आने पर पहले जूते-चप्पल निकाल कर बाहर रखें और फिर हाथ-पांव-चेहरा बढ़िया से धोएं. इससे इम्यून सिस्टम हेल्दी रखना आसान होगा.

8. इम्यून सिस्टम पर हंसी का बहुत सकारात्मक असर होता है.  इससे शरीर में रक्त संचार में सुधार के साथ-साथ ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ती है. ऐसे भी हंसी को बेस्ट मेडिसिन के रूप में डॉक्टर-वैज्ञानिक सबने स्वीकार किया है. 

9. रात में 7-8 घंटे की अच्छी नींद का बहुत ही अच्छा असर दिनभर के क्रियाकलाप पर दिखाई पड़ता है. नींद के दौरान हमारे शरीर को रिलैक्स करने और अंदरूनी रिपेयरिंग का मौका मिलता है. यही कारण है कि अच्छी नींद से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. 

अंत में उन बातों का जिक्र करना जरुरी है जिसके कारण हमारा इम्यून सिस्टम कजोर होता है. संक्षेप में कहें तो धुम्रपान, मद्दपान, गांजा-भांग-खैनी-गुटका तथा कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन, जंक फ़ूड, फ्रोजेन, पैकेज्ड तथा प्रीजर्वड फ़ूड का नियमित सेवन, अस्वच्छ या गन्दा रहन-सहन,  नकारात्मक सोच और अनावश्यक स्ट्रेस आदि बड़े कारण हैं. अनियमित खानपान एवं रूटीन भी इसमें अपनी भूमिका निभाता है.
 (hellomilansinha@gmail.com)

       
                और भी बातें करेंगे, चलते-चलते । असीम शुभकामनाएं 

# दैनिक जागरण के सभी संस्करणों में 1 अप्रैल, 2020 को प्रकाशित
#For Motivational Articles in English, pl. visit my site : www.milanksinha.com      

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