-मिलन सिन्हा
गाय और भैसों को
ट्रक और ट्रेक्टर से
ले जाते हुए
उसने देखा है
भेड़ और बकरी को
टैम्पू और तांगे पर
ले जाते हुए
उसने देखा है
मेमने को
बोरे में डाल कर
साइकिल से
ले जाते हुए
उसने देखा है
मुर्गियों को
रिक्शे- ठेले पर
ले जाते हुए
और हर बार
कई कई बार
महसूस किया है
उस दर्द, दहशत,
खौफ, जहालत,
अनिश्चितता, बेबसी …को
जो उस गाय, भैंस, बकरी,
भेड़, मेमने और मुर्गी ने
महसूस किया है
अपनी छोटी सी जिंदगी में !
# प्रवक्ता . कॉम पर प्रकाशित, दिनांक :01.07.2013
और भी बातें करेंगे, चलते चलते। असीम शुभकामनाएं।
No comments:
Post a Comment