-मिलन सिन्हा
बैसाखियों पर चलनेवाले
दे रहे हैं लेक्चर
कैसे खुद अपने पैरों पर
खड़ा हुआ जाता है !
दूसरों का टांग खींच कर
आगे बढ़नेवाले
बता रहे हैं
आपका आचरण कैसा हो !
दूसरों के कंधों को
सीढ़ी बनाकर ऊपर उठने वाले
उपदेश दे रहे हैं !
कैसे आकाश की बुलंदियों को छुआ जाय !
बात - बात पर
थूककर चाटनेवाले
वचन निभाने का
वादा कर रहे हैं !
दूसरों का पद पूजन करके
पद प्राप्त करनेवाले
अब पद की मर्यादा का
महत्व समझा रहे हैं !
ज़माना बदलता है
ज़माना बदलेगा
ये तो जानते थे हम
लेकिन इतना और ऐसा बदलेगा
ऐसा कहां सोचा था
ऐसा कब किसी ने कहा था !
और भी बातें करेंगे, चलते-चलते. असीम शुभकामनाएं .
# प्रवक्ता . कॉम पर प्रकाशित
बैसाखियों पर चलनेवाले
दे रहे हैं लेक्चर
कैसे खुद अपने पैरों पर
खड़ा हुआ जाता है !
दूसरों का टांग खींच कर
आगे बढ़नेवाले
बता रहे हैं
आपका आचरण कैसा हो !
दूसरों के कंधों को
सीढ़ी बनाकर ऊपर उठने वाले
उपदेश दे रहे हैं !
कैसे आकाश की बुलंदियों को छुआ जाय !
बात - बात पर
थूककर चाटनेवाले
वचन निभाने का
वादा कर रहे हैं !
दूसरों का पद पूजन करके
पद प्राप्त करनेवाले
अब पद की मर्यादा का
महत्व समझा रहे हैं !
ज़माना बदलता है
ज़माना बदलेगा
ये तो जानते थे हम
लेकिन इतना और ऐसा बदलेगा
ऐसा कहां सोचा था
ऐसा कब किसी ने कहा था !
और भी बातें करेंगे, चलते-चलते. असीम शुभकामनाएं .
# प्रवक्ता . कॉम पर प्रकाशित
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