- मिलन सिन्हा
![adventurer](https://blogger.googleusercontent.com/img/proxy/AVvXsEhXXlyu9YFdKoqXzdLD8jXkEsEjtD_PNkqgHXG8G0CR1I7EYks5EWE8OVE2WriUe7wUKSsl37hpPBbkY6ycJ3lQiu1x-JFC4GR4k0VFp51MaLQy6O3vpTZOHxSO8ACFDhkw8msWAMPJaRNtTaVjMu_BhCzrftrZYNxLMPf3kAkh2AvkxtHRmFsWLHuc9-li=)
जगत मिलन
सख्त चेहरा था उसका
पत्थर जैसा
झांक कर देखा अंदर
बच्चों -सा दिल
मोम -सा पिघलने लगा
संकल्प था उसके मन में
सपना सबका पूरा करूँगा
मिलन का वातावरण होगा
हर होंठ पर स्मिति ला दूंगा
शालीन बनकर साथ रहूँगा।
और भी बातें करेंगे, चलते-चलते । असीम शुभकामनाएं।
# प्रवक्ता . कॉम पर प्रकाशित, दिनांक :07.06.2014
जगत मिलन
सख्त चेहरा था उसका
पत्थर जैसा
झांक कर देखा अंदर
बच्चों -सा दिल
मोम -सा पिघलने लगा
संकल्प था उसके मन में
सपना सबका पूरा करूँगा
मिलन का वातावरण होगा
हर होंठ पर स्मिति ला दूंगा
शालीन बनकर साथ रहूँगा।
और भी बातें करेंगे, चलते-चलते । असीम शुभकामनाएं।
# प्रवक्ता . कॉम पर प्रकाशित, दिनांक :07.06.2014
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