- मिलन सिन्हा, मोटिवेशनल स्पीकर, स्ट्रेस मैनेजमेंट कंसलटेंट ... ...
कोविड-19 वैश्विक महामारी ने अध्ययन-अध्यापन से लेकर जॉब मार्केट तक को किसी-न-किसी रूप में कम या ज्यादा प्रभावित किया है. ऑनलाइन क्लासेज से लेकर ऑनलाइन जॉब सेलेक्शन तक बहुत सारे नए सिस्टम से छात्र-छात्राएं परिचित हो रहे हैं. विशेषकर जॉब मार्केट की बात करें तो अब ऑनलाइन जॉब सर्च, आवेदन प्रस्तुति, लिखित परीक्षाएं, इंटरव्यू आदि इस सिस्टम का हिस्सा हैं और अनुमानतः कोरोना काल की समाप्ति के बाद भी ये सिस्टम कमोबेश जारी रहेंगे. कई सर्वेक्षणों में यह बात साफ तौर पर सामने आई है कि जॉब मार्केट में ऑनलाइन सिस्टम को नियोक्ता और अभ्यर्थी दोनों ही पसंद कर रहे हैं. इसके कई कारण हैं. महामारी के मौजूदा दौर में तो खासकर स्वास्थ्य की दृष्टि से यह सुरक्षित है और कम खर्चीला भी. तुलनात्मक रूप से यह सिस्टम सुविधाजनक, पारदर्शी और लचीला भी है. वर्क फ्रॉम होम यानी घर से काम करने की नई कार्य संस्कृति ने भी ऑनलाइन हायरिंग और ट्रेनिंग को स्थापित करने में बड़ी भूमिका अदा की है. अब सवाल यह है कि बदले हुए परिदृश्य के अनुरूप छात्र-छात्राएं खुद में कौन-कौन से बदलाव सुनिश्चित करें जिससे कि जॉब मार्केट में उन्हें सफलता हासिल हो सके. यकीनन कुछ मूलभूत बातों को जानना-समझना-सीखना लाभदायक होगा.
सबसे पहले अपना ब्रीफ सीवी या प्रोफाइल बना लें, जिसमें आपकी शैक्षणिक योग्यता, हॉबी, स्किल आदि की सटीक तथा यथासंभव प्रामाणिक जानकारी मौजूद हो. इसमें गलत या अधूरी जानकारी कभी मत दें, क्यों कि इनके सत्यापन के समय आपकी लापरवाही, चालाकी या झूठ तुरत पकड़ी जाएगी. कहने का मतलब, जानकारी वही दें जो सही हो और जिसके विषय में आप आत्मविश्वास के साथ उत्तर दे सकें. नियोक्ता या इंटरव्यू बोर्ड को धूर्तता से प्रभावित करने की नादानी या हिमाकत कभी न करें. वे सारे लोग बड़े अनुभवी और पारखी होते हैं. उनके सामने सत्यता, सरलता, साफगोई और शालीनता से पेश आना ही सदा फायदेमंद साबित होता है. एक बात और. सीवी या प्रोफाइल में दी गई जानकारी से संबंधित आवश्यक डॉक्यूमेंट जैसे डिग्री सर्टिफिकेट, मार्कशीट आदि हमेशा एक फाइल में तैयार रखें. हो सके तो उनका एक सॉफ्ट कॉपी स्कैन करके भी रख लें, जिसे जरुरत होने पर कभी भी तुरत ऑनलाइन भेजा जा सके.
अपने क्वालिफिकेशन और स्किल के अनुरूप अब संभावित जॉब या पोस्ट की लिस्ट बना लें. इसे फिर सरकारी या गैर सरकारी क्षेत्र में उपलब्ध रिक्तियों से मैच करने की कोशिश करें और उनमें से जो आपको उपयुक्त लगे, उसे शार्ट लिस्ट कर लें. इन शार्ट लिस्टेड जॉब हेतु आवेदन करने से पहले उन कंपनियों और वहां उपलब्ध जॉब के बारे में अपनी सामान्य जिज्ञासाओं का उत्तर पाने का प्रयास करें. मोटे तौर पर इन बातों की जानकारी ऑनलाइन ही मिल जाती है या उन कंपनियों के आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होती हैं. कहते हैं कि गूगल का सर्च इंजन इसमें बहुत सहायक सिद्ध होता है.
ऐसा पाया गया है कि कई विद्यार्थी अलग-अलग तरह के दसाधिक जॉब के लिए एक साथ ही अप्लाई कर देते हैं. इस क्रम में वे यह भूल जाए हैं कि ऑनलाइन लिखित टेस्ट या इंटरव्यू में समय सीमित होता है. लिहाजा तैयारी फुल प्रूफ होना बहुत जरुरी है. भिन्न प्रकार के सभी जॉब के लिए एक साथ समुचित तैयारी बहुत कठिन होती है. यहां इस कहावत को याद रखें कि एक साधे, सब सधे; सब साधे, सब जाय. अतः बेहतर यह होगा कि एक तरह के जॉब के लिए अप्लाई और तैयारी करें. यहां भी उस जॉब से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवालों यानी फ्रीकुएंटली आस्केड क्वेश्चन (एफएक्यू) के उत्तर अच्छी तरह तैयार करना उचित होगा.
इंटरव्यू में पूछे जानेवाले संभावित सवालों पर फोकस करें और उनका सटीक जवाब लिखकर रखें. ऑनलाइन इंटरव्यू मोटे तौर पर विडियो कॉल के माध्यम से होता है. इसके लिए आपका इंटरनेट कनेक्शन का स्पीड अच्छा होना जरुरी है, जिससे इंटरव्यू बीच में कभी भी बाधित न हो. सवाल को पूरा सुनने के बाद आराम से साफ-साफ उत्तर दें. यहां स्पीड में बोलना कई बार ठीक से बोर्ड मेंबर्स को सुनाई नहीं देता है, जिसका नुकसान नाहक अभ्यर्थी को उठाना पड़ता है. इसमें माक इंटरव्यू का अभ्यास लाभकारी होगा. अगर घर से ही इंटरव्यू दे रहे हैं तो भी फॉर्मल ड्रेस में रहें, बैठने के स्थान और बैकग्राउंड को भी साफ़-सुथरा रखें. चूंकि कुछ मिनटों का इंटरव्यू जॉब सेलेक्शन में निर्णायक भूमिका निभाता है, सो आपकी तैयारी और प्रस्तुति उत्तम हो तो अच्छा.
(hellomilansinha@gmail.com)
# लोकप्रिय साप्ताहिक "युगवार्ता" के 27.12.2020 अंक में प्रकाशित