Monday, May 6, 2019

मोटिवेशन : रिजल्ट स्वीकारें और आगे बढ़ें

                                     - मिलन सिन्हा, मोटिवेशनल स्पीकर, स्ट्रेस मैनेजमेंट कंसलटेंट ... 
यूनिवर्सिटी, कॉलेज या स्कूल की वार्षिक परीक्षाओं की बात करें तो  रिजल्ट का दिन स्वाभाविक रूप से आशा, उत्सुकता, संशय और तनाव का दिन होता है - विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों  के लिए विशेष तौर पर. परीक्षाफल किसी के लिए खुशियों की सौगात लेकर आता है, किसी के लिए संतोष की छोटी-सी मुस्कान, तो किसी के लिए गम की गठरी. किसी के घर में उत्सव का माहौल होता है, किसी के घर में न ख़ुशी, न गम की सामान्य स्थिति, तो किसी के घर में डांट-फटकार, दोषारोपण और पश्चाताप की स्थिति. अगले कुछ दिन इसी तरह गुजरते हैं. विद्यार्थी खुद भी और उनके आसपास के लोग तुलनात्मक आकलन और कमेन्ट्री में व्यस्त हो जाते हैं. कई घरों में तो विद्यार्थी द्वारा पिछली परीक्षा से बेहतर रिजल्ट हासिल करने पर भी अभिभावक खुश होने तथा अपने लड़के या लड़की को शाबाशी देने के बजाय उसे कोसने लगते हैं क्यों कि पड़ोसी के बच्चे ने उनके बच्चे से कुछ बेहतर अंक हासिल किए हैं, जब कि उन्हें यह पता नहीं होता कि पड़ोसी के बच्चे ने पिछली परीक्षा से कम ही मार्क्स स्कोर किए हैं. कहने की जरुरत नहीं कि इसी बीच कुछ वियार्थी अपने खराब रिजल्ट और उसके बाद घर-बाहर के तानों से परेशान हो कर घर से भाग जाते हैं, अवसादग्रस्त हो जाते हैं या आत्मघाती कदम तक उठा लेते हैं. ऐसे समय अखबारों में छात्र-छात्राओं द्वारा आत्महत्या की घटनाओं की खबर सभी पढ़ते रहे हैं. विचारणीय प्रश्न है कि विद्यार्थी और उनके घरवालों दोनों को अच्छी तरह मालूम होता है कि रिजल्ट को बदल पाना अब संभव नहीं है, फिर भी वे उसे मन से स्वीकार नहीं करते हैं और परिणामस्वरूप घर के सभी लोग अकारण तनाव में जीते हैं. निश्चित रूप से यह किसी भी दृष्टि से अच्छी स्थिति नहीं है. जो होना था, वो तो हो गया. अब उसे स्वीकारते हुए आगे क्या करना है इस पर ठंडे दिमाग से सोच-विचार-विश्लेषण करके भविष्य में ऐसी गलती फिर न हो यह सुनिश्चित करने का विद्यार्थी द्वारा प्रयास करना सर्वथा उचित होता है.  देखिए, एप्पल कंपनी के संस्थापक और प्रसिद्ध आईटी एवं प्रबंधन विशेषज्ञ स्टीव जॉब्स क्या कहते हैं, 'कई बार आपके प्रयास में कमियां रह जाती हैं. सबसे बेहतर है, जितना जल्दी हो उन्हें स्वीकार करें और अपनी कोशिशों में सुधार लायें.'

दरअसल, परीक्षार्थी से बेहतर और कोई नहीं जानता कि रिजल्ट अच्छा, खराब अथवा आशा के अनुरूप नहीं होने के मुख्य कारण क्या हैं. सच पूछिए तो  इसके एक नहीं, अनेक कारण हो सकते हैं. मसलन, पढ़ा बहुत, पर सवाल कठिन थे; सवाल तो सही थे, पर सटीक उत्तर नहीं लिख पाये या तय समय के भीतर सभी सवाल का जवाब नहीं लिख पाये; तैयारी पूरी नहीं कर पाये; तैयारी तो पूरी थी, पर एग्जाम से ठीक पहले तबियत खराब हो गयी आदि. हां, अलग-अलग विद्यार्थी के लिए कारण में भिन्नता स्वाभाविक है. जो भी हो इस समय विद्यार्थी खुद को कोसना शुरू मत कर दें और न ही इस समय बड़ों के डांट- फटकार या किसी दूसरे के तंज को दिल से लें. 

खराब रिजल्ट के कारण तात्कालिक रूप से मायूस / तनावग्रस्त / अवसादग्रस्त हो जाना गैर मुनासिब नहीं है, तथापि ऐसी अवस्था हो तो थोड़ी देर खुली हवा में आँख बंद कर बैठें और डीप ब्रीदिंग करें. फिर खुले मन से अपनी गलती को सबके सामने बिना संकोच स्वीकारें और उन्हें यह भरोसा दिलाएं कि अगली परीक्षा में आप बेहतर प्रदर्शन जरुर करके दिखायेंगे. इतना करने भर  से ही आपका मन कुछ तो हल्का हो ही जाएगा और आपके घरवाले भी थोड़ा सहज-सामान्य फील करने लगेंगे. अब स्नान आदि से निवृत होकर सबके साथ खाना खाएं. अपना व्यवहार यथासंभव नार्मल रखने की कोशिश करें. तनाव फिर भी महसूस हो तो घर में आपके सबसे प्रिय व्यक्ति से खुल कर बात करें या अपने सबसे अच्छे दोस्त से बात करें, टीवी आदि पर कॉमेडी शो का आनन्द लें, पर्याप्त पानी/ मौसमी फल का रस पीएं और नींद का पूरा लाभ उठाएं. आपका तनाव स्वतः बहुत कम हो जाएगा. अगले दिन से एक बेहतर रूटीन को ईमानदारी से फॉलो करें.   

एक बात और. हर विद्यार्थी को यह मानना चाहिए कि उनके जीवन में परीक्षाएं आती-जाती रहेंगी, रिजल्ट अनुकूल-प्रतिकूल होते रहेंगे, आसपास के लोग कुछ-न-कुछ बोलते रहेंगे, लेकिन किसी भी परिस्थिति में खुद पर भरोसा बनाए रखना, अपना संतुलन कायम रखना और यथाशक्ति निष्ठापूर्वक अपना काम करते जाना उनके लिए सबसे जरुरी और अहम है. इतिहास के पन्ने ऐसे हजारों रियल लाइफ स्टोरी से भरे पड़े हैं, जिसमें हर शख्स ने कंफ्यूशियस के इस विचार को अपने कर्मों से साबित किया है कि 'हमारी महानतम विशालता कभी भी न गिरने में नहीं बल्कि गिरने पर हर बार फिर उठ जाने में निहित है.'
 (hellomilansinha@gmail.com)

                और भी बातें करेंगे, चलते-चलते । असीम शुभकामनाएं
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