- मिलन सिन्हा
जगत मिलन
सख्त चेहरा था उसका
पत्थर जैसा
झांक कर देखा अंदर
बच्चों -सा दिल
मोम -सा पिघलने लगा
संकल्प था उसके मन में
सपना सबका पूरा करूँगा
मिलन का वातावरण होगा
हर होंठ पर स्मिति ला दूंगा
शालीन बनकर साथ रहूँगा।
और भी बातें करेंगे, चलते-चलते । असीम शुभकामनाएं।
# प्रवक्ता . कॉम पर प्रकाशित, दिनांक :07.06.2014
जगत मिलन
सख्त चेहरा था उसका
पत्थर जैसा
झांक कर देखा अंदर
बच्चों -सा दिल
मोम -सा पिघलने लगा
संकल्प था उसके मन में
सपना सबका पूरा करूँगा
मिलन का वातावरण होगा
हर होंठ पर स्मिति ला दूंगा
शालीन बनकर साथ रहूँगा।
और भी बातें करेंगे, चलते-चलते । असीम शुभकामनाएं।
# प्रवक्ता . कॉम पर प्रकाशित, दिनांक :07.06.2014
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