Monday, October 13, 2025

स्ट्रेस मैनेजमेंट पॉइंट: बदले की नहीं, बदलने की भावना

                                                - मिलन  सिन्हा,  स्ट्रेस मैनेजमेंट एंड वेलनेस कंसलटेंट 

देश में लाखों युवा अध्ययन या रोजगार या व्यवसाय हेतु घर से बाहर कहीं दूर रहते हैं. बराबर घर आना-जाना संभव नहीं हो पाता है. स्वाभाविक रूप से घर-परिवार की चिंता रहती है. यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत ऐसे ही एक विद्यार्थी की समस्या यह है कि बहुधा जब वह  पढ़ने बैठता है और पढ़ाई पर फोकस करना चाहता है, तभी उसे उसके  एक रिश्तेदार द्वारा कुछ महीने पहले अपने पिता जी के साथ दुर्व्यवहार और गाली-गलौज की घटना की याद आ जाती है और  फिर वह पढ़ने में फोकस नहीं कर पाता है. यह या इस तरह की समस्या से बहुत से युवा पीड़ित रहते हैं. 

सच यह है कि ऐसा होना अस्वाभाविक नहीं है. आम तौर पर लगभग सबका रिएक्शन कमोबेश ऐसा ही होता है. शायद आपका भी हो. घटना याद आते ही बदले की भावना बलवती हो जाती है और मन अशांत हो जाता है. है न ? 

यहां विचारणीय बात यह है कि घटना-दुर्घटना को घटे कई महीने हो गए हैं और जब ऐसा हुआ उस समय आप वहां थे भी नहीं. जैसा आपको बताया गया आप उस पर रियेक्ट कर रहे हैं. जिनके साथ हुआ, जैसे इस मामले में विद्यार्थी के पिता के साथ, वे वहीँ  रह रहे हैं और उनका वह रिश्तेदार भी. उनमें इस बीच फिर वैसी कोई गलत बात नहीं हुई और न ही आपके पिता जी ने आपसे उस रिश्तेदार से बदला लेने की बात ही की. फिर भी आप उस बात को सोच-सोचकर परेशान रहते हैं और अपनी पढ़ाई में मन नहीं लगा पाते हैं. तो इसमें नुकसान किसको हो रहा है और क्या सोचने मात्र से समस्या का समाधान हो जाएगा? यक़ीनन नुकसान आपका ही होगा और समाधान भी नहीं मिलेगा. मुफ्त में तनावग्रस्त रहेंगे सो अलग. तो फिर आप क्या करें? 

अब से जब भी उस बात की याद आए, अपने मन को समझाएं कि जो बीत गई वह बात गई. अपने मन से कहें कि हमारे वह रिश्तेदार थोड़े नासमझ हैं जो उन्होंने ऐसा गलत व्यवहार जाने-अनजाने किया. फिर भी मैं उनको माफ करता हूँ. इसके बाद दो मिनट ध्यान में बैठें और सिर्फ अपने सांस को आते-जाते सजगता से देखिए. पूरा ध्यान श्वास-प्रश्वास पर लगाएं. मन शांत होगा. 

आगे जब भी ऐसा ख्याल आए, अपने मन को हर बार इसी तरह समझाते रहें और साथ ही गुणीजनों के इस कथन को भी मन-ही-मन दोहराएं कि मेरा आत्मबल मजबूत है क्यों कि कमजोर व्यक्ति कभी क्षमा नहीं कर सकता, क्षमा करना शक्तिशाली व्यक्ति का गुण है. यहां अमेरिकी लेखक-विचारक बर्नार्ड मेल्ट्जर के इस कथन से भी प्रेरणा लेनी चाहिए कि जब  आप माफ करते हैं तब आप अतीत को नहीं  बदलते हैं – लेकिन आप निश्चित रूप से भविष्य को बदल देते हैं.  (hellomilansinha@gmail.com) 

      
                और भी बातें करेंगे, चलते-चलते । असीम शुभकामनाएं 

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