- मिलन सिन्हा
कामना
झूमते-गाते
हरे-भरे पेड़
उड़ते,फुदकते, चहकते पक्षी
खेलते,कूदते, पढ़ते बच्चे
हंसती, गाती, नाचती,पढ़ती लड़कियां
खेलते,पढ़ते उत्साही, जोशीले लड़के
हरियाली के बीच किसान
सीमा पर चौकस जवान
पैदल/साइकिल पर चलते नेता
व्यस्त बाबू
जवाबदेह अधिकारी
वीरान थाना
तीन शिफ्टोंवाला कारखाना
धकमपेल रहित रेल
मिलावट रहित तेल
राजनीति रहित खेल
खाली-खाली सा हो जेल
सबको मिले सामान शिक्षा
बच्चों में जगे पढ़ने की इच्छा
विद्यार्थी से भरे विद्यालय
साफ़-सुथरे चिकित्सालय
प्रशासन में रहे कठोर अनुशासन
न बन सके कोई दु:शासन
कर्म से बने पहचान
सबके पास हो
रोटी, कपड़ा और मकान
सब रहें साथ-साथ
सब बढ़ें साथ-साथ
ऐसे ही और कुछ।
जब हो ऐसा कोई देश/ प्रदेश
तो
क्यों भागें लोग परदेश !
और भी बातें करेंगे, चलते-चलते। असीम शुभकामनाएं।
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